Monday, May 11, 2009

अमृता कक्षा सात 'ब'

"खुशहाली भरा सावन"

काले घन घेर रहे हैं सूरज दादा आपको
टप-टप बूंदों के गिरने की ज़रा आवाज़ सुनो
डरा रही है, गड़-गड़ बिजली की आवाज़ लो
खुशी से मोर नाच रहे हैं ज़रा देखो

किसानो , सुनो हरियाली फैल रही यहाँ तो
छोटी-छोटी नावों को जाते हुए देखो,
सात सुंदर रंगों को आसमान में देखो,
इंतज़ार रहेगा सावन के महीने का हम सबको

1 comment:

meena said...

Good work ! keep it up.